माँ… कहां हो?

 ❤️ “माँ… कहां हो?”

माँ… कहां हो



घर का दरवाज़ा खोलते ही वो वही आवाज़ आती है,

जिसने बचपन से हर थकान मिटाई थी –

“आ गए बेटा? खाना लगा दूं?”


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लेकिन आज… घर में सन्नाटा है।

दीवारों पर वही पुरानी घड़ी टिक-टिक कर रही है।

सामने माँ की कुर्सी खाली पड़ी है।

और दिल बस एक ही सवाल करता है:


 “माँ… कहां हो?”



🥹 हर शाम का वो सवाल


जब नौकरी से लौटते हैं…

थके कंधों पर माँ का हाथ ना हो तो

सारा शहर वीरान लगता है।


खाने की वो खुशबू अब नहीं है।

माँ के हाथों का बनाया हुआ खाना…

माँ के हाथों की दुआ… सब गायब है।


💔 अब समझ आता है…


पैसे कमाने की इस दौड़ में

हमने जिस चेहरे को पीछे छोड़ा था,

वो ही हमारी सबसे बड़ी दौलत थी।

❤️ “माँ… कहां हो?”


घर का दरवाज़ा खोलते ही वो वही आवाज़ आती है,

जिसने बचपन से हर थकान मिटाई थी –

“आ गए बेटा? खाना लगा दूं?”


लेकिन आज… घर में सन्नाटा है।

दीवारों पर वही पुरानी घड़ी टिक-टिक कर रही है।

सामने माँ की कुर्सी खाली पड़ी है।

और दिल बस एक ही सवाल करता है:


“माँ… कहां हो?”





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🥹 हर शाम का वो सवाल


जब नौकरी से लौटते हैं…

थके कंधों पर माँ का हाथ ना हो तो

सारा शहर वीरान लगता है।


खाने की वो खुशबू अब नहीं है।

माँ के हाथों का बनाया हुआ खाना…

माँ के हाथों की दुआ… सब गायब है।



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💔 अब समझ आता है…


पैसे कमाने की इस दौड़ में

हमने जिस चेहरे को पीछे छोड़ा था,

वो ही हमारी सबसे बड़ी दौलत थी।


अब कोई नहीं पूछता –

“बेटा, बहुत थक गए हो? गरम दूध दूं?”

कोई नहीं डांटता –

“इतनी देर तक फोन मत चलाओ।”



---


🖤 काश…


काश उस दिन ऑफिस से लौटते हुए

मैं माँ के लिए एक गुलाब ही ले आता।

काश उस दिन देर से आने की बजाय

घर जल्दी आ जाता।

काश… माँ अब भी होती।



---


🌸 आज भी जब दरवाज़ा खोलता हूं…


सबसे पहला सवाल दिल में उठता है:


> 🥺 “माँ कहां हो?”





---


🔥 आखिरी लाइन (दिल तोड़ने वाली)


> "कहते हैं माँ भगवान का रूप होती है…

लेकिन जब माँ चली जाती है, तो भगवान भी चुप हो जाता है।"


“बेटा, बहुत थक गए हो? गरम दूध दूं?”

कोई नहीं डांटता –

“इतनी देर तक फोन मत चलाओ।”



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🖤 काश…


काश उस दिन ऑफिस से लौटते हुए

मैं माँ के लिए एक गुलाब ही ले आता।

काश उस दिन देर से आने की बजाय

घर जल्दी आ जाता।

काश… माँ अब भी होती।



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🌸 आज भी जब दरवाज़ा खोलता हूं…


सबसे पहला सवाल दिल में उठता है:


> 🥺 “माँ कहां हो?”





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🔥 आखिरी लाइन (दिल तोड़ने वाली)


> "कहते हैं माँ भगवान का रूप होती है…

लेकिन जब माँ चली जाती है, तो भगवान भी चुप हो जाता है।"


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